उक्त घटना के संबंध में स्थानीय पुलिस कंट्रोल रुम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह चौहान ने पत्रकारों को बताया कि आमगांव से करीब 12 किलोमीटर दूर जंगली क्षेत्र में स्थित ग्राम सर्रा से कुछ ही दूर पर खेत में बनी टपरिया में अरुण मलाह अपनी पत्नि और दो बच्चों के साथ रहता था। 5 अपै्रल की शाम को करीब 5 बजे अरुण मलाह का अपनी पत्नि से विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि अरुण मलाह उसे जमकर मारने लगा इसी बीच अरुण मलाह की साली धनकुंवर बाई जो कि ग्राम सर्रा में अपने पिता के पास रहती थी वह खेत पर कपड़े धोने आयी हुयी थी उसने अरुण और अपनी बहिन के बीच मारपीट देखते हुए अपने जीजा अरुण को रोकने का प्रयास किया परंतु अरुण नहीं माना उसने पहले अपनी पत्नि मंजू बाई पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया और उसके बाद साली पर भी कुल्हाड़ी से हमला किया। दोनों को गंभीर चोट आने पर उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी।
इसी दौरान अरुण मलाह के दोनो बच्चे दौड़ते हुए समीपी बने अपने नाना के घर पहुंचे और बच्चों ने मामा ब्रजेश मलाह एवं नाना श्यामलाल से बताया कि पापा मम्मी और मौसी को मार रहे हैं यह सुनते ही ब्रजेश और श्यामलाल तुरंत खेत पर बनी टपरिया पर पहुंचे, इस पर ब्रजेश गुस्से में अपने जीजा अरुण की तरफ दौड़ा अरुण ने उस पर भी कुल्हाड़ी से वार किया परंतु ब्रजेश बच निकला, तब श्यामलाल ने अपने दामाद अरुण को पकड़ लिया कुछ देर इन तीनों में झूमा झटकी हुयी। इसी बीच श्यामलाल ने अरुण की गर्दन में कुल्हाड़ी मार दी। इससे अरुण का टेटुंआ कट गया और उसने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। इस स्थिति को देख बाप-बेटे श्यामलाल और ब्रजेश ने अरुण को घर पर बनी टपरिया की म्यार से गमछे से फांसी लगाकर लटका दिया। जिससे यह आत्महत्या का प्रकरण लगे। इस घटना की जानकारी आमगांव पुलिस चौकी को ग्राम कोटवार रामकुमार ने दी।
प्रारंभिक जांच में पुलिस को लगा कि अरुण ने अपनी पत्नि और साली की हत्या कर स्वयं आत्महत्या कर ली परंतु शव परीक्षण के दौरान चिकित्सकों की सलाह पर पुलिस ने मामले की जब सूक्ष्म विवेचना की तब मामला स्पष्ट हुआ कि तीनों की हत्या की गयी है। पुलिस ने जब पूछताछ विभिन्न स्तरों पर की तो घटना एकदम स्पष्ट हुयी कि अरुण मलाह ने अपनी पत्नि व साली की हत्या की एवं अरुण की हत्या उसके साले व ससुर ने की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह चौहान ने बताया कि ब्रजेश मलाह व श्यामलाल मलाह को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के खिलाफ धारा 302 का मामला दर्ज हुआ है। श्री चौहान ने बताया कि अरुण मलाह ने अपनी पत्नि की हत्या इस कारण की थी क्योंकि दोनों पति-पत्नि में धनकुंवर बाई को लेकर विवाद होता था। अरुण मलाह के अपनी साली धनकुंवर बाई से अवैध संबंध थे।
इसकी जानकारी उसकी पत्नि को चल गयी थी घटना दिनांक को भी इसी बात को लेकर विवाद हुआ परंतु अपनी बहन को पिटते देख धनकुंवर बाई बीच में आ गयी, जिससे अरुण ने उसकी हत्या भी कर दी। श्री चौहान ने बताया कि 31 वर्षीय धनकुंवर बाई की शादी हो चुकी थी परंतु उसका तलाक भी हो गया और वह मायके में रहने लगी थी, जबकि मृतक अरुण मलाह सांईखेड़ा थाने के अंतर्गत ग्राम बम्हौरी का निवासी था, परंतु पिछले 1 वर्ष पूर्व वह अपनी सुसराल सर्रा में आकर सिकमी लेकर जीवकोपार्जन करता था। श्री चौहान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक जीजी पाण्डे के मार्गदर्शन और दिशा निर्देश में 3 पुलिस टीम बनायी गयी थी जिसमें सुआतला एसडीओपी आरमो, करेली टीआई आर.बी.शर्मा.,नरसिंहपुर टीआई श्री रिजवी, आमगांव पुलिस चौकी प्रभारी वीरेन्द्र झा एवं इन टीमों में अन्य अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे।
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