चाहे बिजली के खम्बे हों, सरकारी दिशा सूचक बोर्ड हो, सरकारी सड़क मार्ग हो या फिर सरकारी पुलिया को आमजन अपने घरोंदों को आंगन में समेटकर उन्हें दफन करके उनका नामानिशान मिटाने का खुलेआम प्रयास कर रहें हैं और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे अपनी सुस्सता का परिचायक बना हुआ है। उपतहसील कार्यालय और पुलिस थाना के बीचों बीच महज 100 मीटर की दूरी पर हाई स्कू ल के समीप मुख्य मार्ग में बनी पुलिया को अतिक्रमण करके अपने आगंन की शोभा बना लिया गया है लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी शासन प्रशासन का कोई भी अधिकारी कर्मचारी की नजर इस ओर नही पड़ी है जिसके चलते नगर के अनेक अतिक्रमण कारियों के हौसलें परवान चढ़ते दिख रहे हैं।
बताया जाता है कि बरसात के दिनों में नगर के अनेक वार्डों से होकर खतों के सहारे बहने वाला पानी इसी पुलिया से होकर समीप ही सागर तालाब में जाकर समाहित होता रहा है लेकिन अब जबकि इस महत्व पूर्ण पुलिया को अमिक्रमकारियों ने अपने कब्जे में करके उसके मुहाने को पूरी तरह से बंद कर अपने आगंन को हाइवे सड़क की बराबरी में लाकर पुलिया को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। ज्ञात होवे कि उक्त मार्ग से हर रोज शासन प्रशासन के छोटे बड़े अधिकारी कर्मचारियों का आना हर समय बना रहता है फिर भी आज तक किसी की नजर इस ओर नही पड़ी इससे स्पस्ट नजर आता है मण्डला जिले में प्रशासन किस कदर मूक दर्शक बना हुआ है और जिले में उसी की शह पर अतिक्रमण कारियों के हौसले परवान चढ़ते जा रहे हैं।
इस तरह के अतिक्रमण हर शहर की समस्या बन रहे हैं ....विचारणीय हैं....
ReplyDeletehttp://chaitanyakakona.blogspot.com
बहुत ही सुन्दर कहा अपने बहुत सी अच्छे लगे आपके विचार
ReplyDeleteफुर्सत मिले तो अप्प मेरे ब्लॉग पे भी पधारिये