मण्डला (एमपी मिरर)। कहते हैं लालन पालन करने वाली मां का हक बच्चे पर पैदा करने वाली मां से अधिक होता है। ऐसे में यदि पुन: लालन करने वाली मां से वह बच्चा छीना जाये तो उस पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ता है। वह मां अपने बच्चे के साथ हुए किसी भी प्रकार के अत्याचार को बर्दास्त नहीं कर सकती।
ऐसा ही कुछ शनिवार को मण्डला कोतवाली में देखने को मिला। जहां लालन-पालन करने वाली मां सरिता खटवानी एवं जन्म देने वाली मां कशिश असरानी के बीच चार वर्षीय मुस्कान को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गयी।
ऐसा ही कुछ शनिवार को मण्डला कोतवाली में देखने को मिला। जहां लालन-पालन करने वाली मां सरिता खटवानी एवं जन्म देने वाली मां कशिश असरानी के बीच चार वर्षीय मुस्कान को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गयी।
हुआ कुछ यू कि चार वर्ष पूर्व कशिश असरानी पति सूरज असरानी द्वारा मुस्कान को अपनी मौसी सरिता को दे दिया गया था। जब मुस्कान चार वर्ष की हो गई, तब सूरज और कशिश अपनी बच्ची को लेने के लिये सरिता के पास कांकेर पहुंचे, सरिता ने भी उदारता का परिचय दिया और मुस्कान को कशिश के हवाले कर दिया। इसी बीच सरिता खटवानी का परिवार कर्वधा आया हुृआ था, तब पालनकर्ता मां के मन में मुस्कान से मिलने की इच्छा जागी तो वह मण्डला पहुंच गई, परन्तु जब सरिता मण्डला पहुंची थी तो मुस्कान की हालत देख वह भौंचक्की रह गई।
चार वर्षीय मासूम मुस्कान को कशिश द्वारा बुरी तरह पीटा गया और इतना ही नहीं उसके कोमल हाथों को गर्म चिमटे से दागा गया, जिसके परिणाम स्वरूप मुस्कान के हाथों में फफोले उभर आये। सरिता को देख मुस्कान जोर-जोर से रोने लगी और मां...मां... कहते हुए गले से लिपट गई, इसके बाद सरिता और कशिश के बीच काफी विवाद की स्थिति भी निर्मित हो गई और सरिता मुस्कान को लेकर पुलिस थाने में पहुंच गई, परन्तु वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को तो मां की पुकार से ज्यादा मैंच देखने की पड़ी थी।
पुलिस ने दिखाया अपना रौब
थाने में जहां सरिता की गोद में बैठी मुस्कान अपने आप पर हुए अत्याचार की कहानी सुना रही थी तो वहीं पुलिस थाने के भारसाधक अधिकारी द्वारा सरिता के खिलाफ अगवा का केश बनाने की बात कहकर उसे चमकाया गया। मामला पूरी तरह से राजनैतिक मोड़ ले चुका था, थाने में किसी भी प्रकार से सुनवाई न होता देख सरिता ने पुलिस कप्तान के पास जाने का निर्णय लिया, उधर दूसरी तरफ मुस्कान के पिता सूरज ने मुस्कान को गाड़ी में बैठाया और घर की ओर ले गये, परन्तु मुस्कान वाहन से ही अपनी मां को आवाज देती रही।
इनका कहना है
जन्म देने वाली मां के हवाले मुस्कान को कर दिया गया है, इस संबंध में कोई रिपोर्ट नहीं की गई है।
- बीएस चौहान, पुलिस अधीक्षक मण्डला
ये पारिवारिक विवाद है, बच्ची को मारने का कोई प्रमाण नहीं है, लिहाजा बच्ची को उनके परिवार के हवाले कर दिया गया है।
- अर्जुन उईके, थाना प्रभारी मण्डला
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