दमोह (एमपी मिरर)। एक छात्रावास प्रभारी को अपना ट्रासंफर रूकवाने के लिए किया गया नाटक महंगा पड़ गया कि उनको अपने प्रभार से भी हांथ धोना पड़ा। घटना पटेरा विकासखंड की राजाबंदी में शिक्षा विभाग के द्वारा संचालित छात्रावास की वार्डन के द्वारा अपना ट्रासंफर अन्यत्र जगह हो जाने के कारण अपने छात्रावास की छात्राओं को कलेक्टर के पास भेज कर उनसे निवेदन करने के लिए दमोह कलेक्ट्रेट भेजा परंतु इस की अशलियत उस समय सामने आ गई जब वहां पर मौजूद मीडिया कर्मियों के द्वारा यहां आई इन छात्राओं से जानकारी ली गई तब उन्होने वताया कि हमारे छात्रावास की की वार्डन रामबाई का ट्रांसफर हो गया है जिसे रूकवाने के लिए हमलेाग कलेक्टर साहब के पास आए है।
इस बात की खबर लिा शिक्षा केन्द्र के डीपीसी एसके नेमा को दी गई जो मौके पर पहुंच गऐ और उन्होने इस वात की जानकारी इन छात्राओं से ली जिन्होने वताया कि हमारी वार्डन ने हम लेागो को 100-100 रूपये तथा एक गाड़ी यहां आने के लिए दी थी जो हमे छोड़कर चली गई और उन्होने कहा था कि कलेक्टर से हमारे ट्रांसफर न करने की वात कहना है तो हमलोग आ गऐ और यहां स ेअब हमलेागो को बस के द्वारा जाना होगा। आज 100-100 रूपये लेकर आई लगभग 27 छात्राओं ने वार्डन के द्वारा किए गऐ इस नाटक पर से पर्दा हटाते हुए पूरी अश्लियत मीडिया एवं डीपीसी श्री नेमा के सामने खोल कर वार्डन के सारे मंसूबो पर पानी फेर दिया।
इस संबंध में डीपीसी श्री नेमा ने वताया कि रामबाई राजाबंदी के कन्या मिडिल स्कूल में पदस्थ थी जिन्हे छात्रावास का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था लेकिन कुछ दिन पूर्व ही उनके द्वारा छात्रावास में कई प्रकार की अनिमित्ताऐं करने की शिकायत कार्यालय को प्राप्त हुआ था जिसके कारण विभाग के द्वारा जांच कर सच पाई गई थी। इसके बाद स्थानीय विधायक उमादेवी खटीक के द्वारा भी यहां पर जांच के दौरान कई प्रकार की गड़बडिय़ा पाई गई थी जिसके परिणामस्वरूप उन्हे कारण वताओं नोटिस के साथ उनका प्रभार छीन लिया गया था। जिसके कारण वह कई बार किसी न किसी प्रकार से इससे वचने का प्रयास कर रही है और आज भी उन्होने यह रास्ता अपनाया। बहरहाल वार्डन के द्वारा किया कि गई यह हरकत तथा इन छात्राओं के द्वारा पूछे जाने पर बोला गया सच वार्डन को और अधिक मुशिबत में डाल सकता है।
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