पढ़ाई का दुश्मन बना गांवों में अंधेरा
सलामत खान
नरसिंहपुर (एमपी मिरर)। आगामी वार्षिक परीक्षाओं कों लेकर शहर और गॉवों कें छात्र छात्राएं रातदिन किताबों पर निगाह गड़ायें हुए है।
अभिभावक भी बच्चों की हर सुविधा का ख्याल रखतें हुए सारा कामकाज छोड़ बच्चों कों पढऩें कें लिए उत्साहित कर रहे है। लेकिन विडंबना की बात है कि बिजली कें खेल से छात्र- छात्राएं अपने कोर्स की पढ़ायी पूरी करने में मुश्किल का सामना कर रहे है। उल्लेखनीय है कि फरवरी, मार्च में होने वाली परीक्षाएं छात्र- छात्राओं के सिर पर नाच रही है, लेकन तहसील के गॉवों में विद्युत की उपलब्धता की हालत शोचनीय है।
रात के वक्त बिजली न रहने से वहॉ के विद्यार्थी परेशान है, सवाल है कि आखिर कम समय में उनकी पढ़ायी पूरी कैसें होगी? हालत यह है कि समय कम है और उनका कोर्स अधिक है। ऐसे में वे दिनरात पढ़ायी कर कोर्स पूरा करना चाहते है जिससे उनका वार्षिक परीक्षा परिणाम अच्छा रहे। विदित हुआ है कि अधिकांश गॉवों मे रात 8 बजे से सारी रात तक बिजली नही रहती। बिजली आपूर्ति की उचित व्यवस्था से परेशान ग्रामीण छात्रों का कहना है कि इस वक्त उन्हें बिजली की रोशनी की बहुत जरूरत है। यदि गॉवों मे रात की बिजली कटौती कम कर दी जाए तो उनकी पढ़ायी ठीक तरह से हो सकेगी, बिजली नही रहने से हमें मजबूरन लालटेन का सहारा लेना पड़ रहा है, मगर वह भी मिट्टी तेल के आभाव में जलने से असमर्थ है। उधर शहरी क्षेत्र में भी सुबह और रात की विद्युत कटौती छात्र छात्राओं के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है।
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