पवन देवलिया
रेड एंड व्हाइट बहादुरी पुरस्कार से सम्मानित शर्मा दंपती
भोपाल (एमपी मिरर)। विवाह जीवन में जरूरी है, परन्तु यह कहना गलत होगा कि विवाह के बिना जीवन व्यर्थ है। विवाह न सिर्फ दो दिलों का मिलन है, बल्कि एक पवित्र बंधन में बंधे लोग अपनी नियत राह पर चलकर एक अच्छे समाज का ढांचा बनाते हैं और समाज को उच्छृखल होने से बचाते हैं।
भारतीय परिवेश में नारी को शादी करके घर बसा लेना ही लक्ष्य बताया जाता है, पर यह लक्ष्य सिर्फ नारी के लिए ही क्यों पुरुष वर्ग के लिए भी विवाह एक आवश्यक मंजिल है। हिन्दुओं में विवाह का उद्देश्य जहां धार्मिक कर्तव्यों का पालन है, वहीं परिवार व समाज के प्रति कर्तव्यों के पालन और व्यक्तिव के स्वस्थ्य विकास के लिए भी विवाह आवश्यक है। जीवन में विवाह की अनिवार्यता का आधार सिर्फ जैविक ही नहीं बल्कि हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक व धार्मिक जीवन को व्यवस्थित रखने में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान है।
पवित्र रिश्ते जहां एक अच्छे समाज के निर्माण में सहायक होते हैं और आज भागमभाग में समाज के प्रत्येक परिवार की चाह होती है कि वह अपनी लड़की का या लड़के का संबंध ऐसे परिवार में करें, जो संबंधों की गरिमा बनाकर ताउम्र निभा सकें। ऐसे ही परिवारों की मदद का बीड़ा उठाया है शर्मा दम्पती ने, जिनका विवाह योग्य बच्चों का घर बसाना ही जीवन का लक्ष्य बन गया है।
पुलिस वायरलेस में सेवारत रामेश्वर शर्मा जिन्हें मप्र के पूर्व राज्यपाल डा. भाई महावीर एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रेड एंड व्हाइट बहादुरी पुरस्कार से नवाजा। उल्लेखनीय है कि बहाद़ुरी का यह पुरस्कार समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ लडऩे के लिए दिया जाता है। साथ ही यह पुरस्कार वीरतापूर्ण किए गए कार्यों के लिए दिया जाता है। जब इस पुरस्कार के लिए रामेश्वर शर्मा को चुना गया तो सभी यह जानने के लिए उत्सुक थे कि आखिर रामेश्वर शर्मा ने ऐसा कौन सा कार्य किया जिसके लिए उन्हें इतना बड़ा सम्मान दिया गया।
मप्र के गुना जिले की मुंगावली तहसील के मल्हरगढ़ गांव में जन्मे रामेश्वर शर्मा ने बचपन से समाज में
फैली उन विकृतियों को नजदीक से देखा है, जिनके रहे अच्छे खासे परिवार बिखर जाते हैं। बस यही बात श्री शर्मा के मन में बैठ गई कि समाज सेवा को दहेज के खिलाफ समझाना कठिन कार्य है। अंतत: उन्होंने स्वयं को समाज सेवा में उतारकर लोगों को सोचने पर मजबूर किया कि विवाह से दो परिवारों में जन्म-जन्मांतर का रिश्ता बन जाता है, फिर दहेज लेकर लड़के का सौदा करने से संबंधों को यह मजबूती नहीं मिलती है, जो दो परिवारों के दिल मिलने पर होती है। जो कन्या परिवार स्वेच्छा से लड़के को अपनी गृहस्थी बसाने के लिए सामान दे रहा हो, शर्मा जी उसके विरुद्ध नहीं हैं।
भोपाल के एक छोर में बसी वायरलैस कालोनी में रहने वाले शर्मा दम्पती नि:संतान हैं, लेकिन उन्हें इस बात का जरा भी मलाल नहीं है कि उनकी अपनी कोई औलाद नहीं हैं। वे इस बात से खुश हैं कि उनके द्वारा अब तक लगभग 50 हजार से अधिक गृहस्थियां बस चुकी हैं। उन्होंने 1975 में दो परिवारों को मिलाकर विवाह संपन्न कराया था, अब इनके परिवारों की बेटियों के लिए भी अच्छे वर को भी श्री शर्मा ने तलाशकिया।
दहेजविहीन, विधवा विवाह, अंतरजातीय विवाह को संपन्न कराने का संकल्प लेने वाले शर्मा दंपती बताते हैं कि सभी धर्मों के अब तक 50 हजार से अधिक विवाह संपन्न करा चुके हैं। जो कि अपने-आपमें एक विश्व रिकार्ड है और लिम्का बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में भी इनका नाम दर्ज हो चुका है।
करीब दस 15-20 हजार विवाह योग्य युवक-युवतियों के बायोडाटा वर्तमान में उनके पास हैं, जिनमें से युवतियों के बायोडाटा ज्यादा हैं। श्री शर्मा बताते हैं कि कभी-कभी तो लड़के-लड़कियां घर से भागकर उनके पास विवाह के लिए आ जाते हैं, तब वे उन्हें समझाकर उनके परिवार वालों से संपर्क करते हैं और उन्हें रजामंद कर विवाह करवाते हैं। नि:शुल्क सेवा करने वाले रामेश्वर शर्मा ओर उनकी पत्नी श्रीमती श्यामलता शर्मा कुछ अपनी गृहस्थी के खर्च से बचाकर व कुछ समाज से सहयोग लेकर निर्धन बालिकाओं और विधवाओं के विवाह जैसा उत्कृष्ट कार्य भी कराते हैं। उनके द्वारा समाज में दिए जा रहे योगदान पर रेड एंड व्हाइट के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर वे उत्साहित हैं और उन्हें इस बात की भी खुशी है कि उनके द्वारा किसी न किसी तरह से एक अच्छे समाज के निर्माण में योगदान दिया जा रहा है।
रामेश्वर शर्मा और उनकी पत्नी श्रीमती श्यामलता शर्मा के जीवन का केवल एक ही उद्देश्य बन गया है कि विवाहयोग्य लड़के-लड़कियों का विवाह कर उनका घर बसाना उनके लिए तीर्थ के समान है और लोग भी पहला निमंत्रण कार्ड भगवान के यहां भेजते हैं और दूसरा उनके यहां भेजकर उनका सम्मान करते हैं, उनके द्वारा विदेशों कई विवाह कराए गए हैं, जब वे जोड़े भारत आते हैं तो उनका आशीर्वाद लेने जरूर आते हैं। बस इसी सम्मान और प्यार की बदौलत उनके मन में एक ही तमन्ना रहती है कि लड़कियों के लिए अच्छे वर की तलाश में परेशान माता-पिता की परेशानी हल हो जाए और उनके घर में शहनाई बज जाए यही कामना करते हुए वे अपने कार्य को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। इन्हें कई सामाजिक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। आवश्यकता हेतु वर-वधु का बायोडाटा फोटो सहित मेल कर सकते हैं।
संपर्क:- मो.- 9303103022
8817120218
0755-2771454
पता:- आर-37, पुलिस वायरलैस कालोनी
भदभदा रोड, भोपाल (मप्र)
E-mail I.D.- mpmirror@gmail.com
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