संतोष कुमार गंगेले
लड़की के पिता ने भेंट किए लड़को को महज पांच फूल और हो गई शादी
छतरपुर (एमपी मिरर)। नौगांव में एक अनूठी शादी हुई जिसकी मिशाल एक तरह से प्रेम विवाह ह़ी मना जावेगा. लेकिन समाज में यदि ऐसे विवाह होने लगेगे तो दहेज प्रकरण भी कम होगे. गत दिवस नौगांव नगर की शादी टीकमगढ़ के रामस्वरूप मिश्रा के बेटे सुरेंद्र मिश्रा और नगर के प्रेमलाल पाठक की बेटी कामनी का विवाह मंगलवार को सुर्खियों में रहा। सुरेंद्र मिश्रा टीकमगढ़ में कंप्यटूर की दुकान चलाते हंै। वहीं कामनी एमए तक शिक्षित है।
छतरपुर (एमपी मिरर)। नौगांव में एक अनूठी शादी हुई जिसकी मिशाल एक तरह से प्रेम विवाह ह़ी मना जावेगा. लेकिन समाज में यदि ऐसे विवाह होने लगेगे तो दहेज प्रकरण भी कम होगे. गत दिवस नौगांव नगर की शादी टीकमगढ़ के रामस्वरूप मिश्रा के बेटे सुरेंद्र मिश्रा और नगर के प्रेमलाल पाठक की बेटी कामनी का विवाह मंगलवार को सुर्खियों में रहा। सुरेंद्र मिश्रा टीकमगढ़ में कंप्यटूर की दुकान चलाते हंै। वहीं कामनी एमए तक शिक्षित है।
दोनों ही परिवार आर्थिक रूप से संपन्न हैं, फिर भी इनकी शादी में कोई दहेज नहीं दिया गया। चंद फूलों की भेंट के साथ हुई यह शादी लोगों के बीच मिसाल बन गई। प्रेमलाल पाठक बताते हैं कि जब रामस्वरूप मिश्रा के परिवारजन बेटे की सगाई करने आए तो उन्होंने कामनी को मंगल सूत्र, साड़ी भेंट की। इस पर श्री पाठक ने उन्हे गेंदा का फूल भेंट किया। इसके बाद शिवरात्रि के दिन मंगलवार को वर पक्ष बारात में 50 लोगों के साथ लेकर नौगांव आया।
शादी में फिजूलखर्ची बचाने के उद्देश्य से दिन में ही शादी आयोजित की गई। यहां पर बारातियों के लिए खाने का प्रबंध भी स्वयं लड़के वालों ने किया। जब दूल्हा, दु़ल्हन के दरवाजे पहुंचा तो दुल्हन के पिता ने तिलक में दूल्हे को दूसरा फूल दिया। कन्यादान के समय तीसरा फूल दिया गया। फेरों के बाद कुंअर कलेवा पर दुल्हन के पिता ने दूल्हे को चौथा फूल दिया। विदाई के समय पांचवां फूल देकर दुल्हन के पिता ने दूल्हे के साथ बेटी को विदा कर दिया। इस शादी में होने वाली रस्मों में एक भी रुपए का लेनदेन नहीं हुआ। नगर में हुई इस अनोखी दहेजरहित शादी को खूब सराहना मिली। परिवारजनों के मुताबिक गुरू रामजी महाराज के आदेश पर ऐसी शादी की गई है।
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