दीपक ताम्रकार
पर्यटक हो रहे मायूस
मंडला (एमपी मिरर)। विश्व में प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में बढ़ती पर्यटकों की संख्या जंगल में शेर को देखने के लिए होती है, लेकिन शेरों की संख्या में कमी के कारण देशी और विदेशी पर्यटकों को कान्हा से निराश होकर जाना पड़ रहा है। कान्हा के इस जंगल में शेर के अलावा लोमड़ी, हिरन, मोर, बारहसिंघा, साम्भर, उल्लू आदि जानवरों को आसानी से देखा जा सकता है, लेकिन शेरों के लिए विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में शेर के दर्शन नहीं होते हैं।
पार्क प्रबंधन ने बढ़ाया किराया
वैसे भी अब शेर को देखना आम आदमी के बस में नहीं रहा है, क्योंकि बढ़ती महंगाई और कान्हा का सफऱ दोनों आम आदमी के बस के बाहर है, जिसके चलते मंडला का लोकल आदमी कान्हा में शेर देखने नहीं जा सकता। देश और विदेश के लोग इसी उम्मीद के साथ कान्हा आते हैं कि उन्हें शेर देखने को मिल जायेगा, जिसके चलते वे लोग महंगे-महंगे रिसोर्ट में रुक कर कान्हा भ्रमण का इंतजार करते हैं, लेकिन कान्हा किसली घूमने के बाद अपने-आपको ठगा महसूस करते हैं।
मंडला (एमपी मिरर)। विश्व में प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में बढ़ती पर्यटकों की संख्या जंगल में शेर को देखने के लिए होती है, लेकिन शेरों की संख्या में कमी के कारण देशी और विदेशी पर्यटकों को कान्हा से निराश होकर जाना पड़ रहा है। कान्हा के इस जंगल में शेर के अलावा लोमड़ी, हिरन, मोर, बारहसिंघा, साम्भर, उल्लू आदि जानवरों को आसानी से देखा जा सकता है, लेकिन शेरों के लिए विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क में शेर के दर्शन नहीं होते हैं।
पार्क प्रबंधन ने बढ़ाया किराया
वैसे भी अब शेर को देखना आम आदमी के बस में नहीं रहा है, क्योंकि बढ़ती महंगाई और कान्हा का सफऱ दोनों आम आदमी के बस के बाहर है, जिसके चलते मंडला का लोकल आदमी कान्हा में शेर देखने नहीं जा सकता। देश और विदेश के लोग इसी उम्मीद के साथ कान्हा आते हैं कि उन्हें शेर देखने को मिल जायेगा, जिसके चलते वे लोग महंगे-महंगे रिसोर्ट में रुक कर कान्हा भ्रमण का इंतजार करते हैं, लेकिन कान्हा किसली घूमने के बाद अपने-आपको ठगा महसूस करते हैं।
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